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"ऋषि, कृषि, शिक्षक हैं भारतीय संस्कृति के ध्वजवाहक, इंडिया नहीं भारत से है राष्ट्रीयता का सम्बन्ध" - रमेश जी (प्रान्त प्रचारक, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ काशी प्रांत )


 वाराणसी। 16 सितंबर 2022 

🌺🚩अपनी स्थापित परंपरा के अनुरूप राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ वाराणसी प्राथमिक संवर्ग ने इस वर्ष भी गुरुवंदन एवं शैक्षिक उन्नयन संगोष्ठी जिसका विषय इंडिया से भारत की ओर था का वाराणसी पब्लिक स्कूल केराकत पुर में आयोजन किया |इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ काशी प्रांत के प्रांत प्रचारक रमेश जी,अध्यक्ष अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भगवती सिंह जी,मुख्य वक्ता अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के उच्च शिक्षा प्रभारी महेंद्र कुमार जी, विशिष्ट अतिथि जिला बेसिक शिक्षाधिकारी डा० अरविंद पाठक.. राष्ट्रीय स्वयंसेवक सेवक संघ काशी प्रांत के प्रांत कार्यवाह डा० राकेश तिवारी जी एवं राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उत्तर प्रदेश के संयुक्त मंत्री डा० उदयन मिश्र जी थे तथा वाराणसी पब्लिक स्कूल के प्रबंधक अमित पांडेय "किशन" की गरिमामई उपस्थिति रही |आज के कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उत्तर प्रदेश के प्रदेश संयुक्त मंत्री एवं वाराणसी के जिलाध्यक्ष शशांक कुमार पाण्डेय"शेखर"..गीता गुप्ता एवं आशुतोष कुमार पाण्डेय ने संयुक्त रूप से किया तथा धन्यवाद ज्ञापन महिला विंग की जिला संयोजक डा० रमा रुखैयार ने किया |

🌺🚩आज के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में रमेश जी ने कहा कि इण्डिया से नहीं भारत से राष्ट्रीयता का संबंध इसलिए इण्डिया से भारत की इस यात्रा में छात्रों को लगाने का काम शिक्षकों को करना है इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारत की संस्कृति के तीन ही स्तंभ हैं ऋषि,कृषि और शिक्षक |

🌺🚩मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए महेंद्र कुमार जी ने कहा कि इण्डिया से भारत की यह यात्रा आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है क्योंकि इण्डिया की जीवनशैली और मान्यताओं ने भारत की संस्कृति और संस्कारों पर ऐसा कुठाराघात किया है कि यदि आने वाली अपनी पीढ़ियों को भारतीय मूल्यों परंपराओं संस्कारों से नहीं जोड़ेगे तो सोने की चिड़िया और विश्वगुरू रहे भारत की आत्मा खत्म हो जायेगी जिससे वह भारत खत्म हो जायेगा जो आज भी विश्व बंधुत्व,विश्व शांति के लिए प्रासंगिक है और यह कार्य विद्यालयों में होगा जिसके शिल्पी शिक्षक के अलावा कोई दूसरा नहीं हो सकता |

🌺🚩आज के कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में बोलते हुए जिला बेसिक शिक्षाधिकारी डा० अरविंद पाठक जी ने कहा कि निपुण भारत का लक्ष्य हमलोगों को पूरा करना है जिससे छात्रों का सर्वांगीण विकास हो और यह कार्य आप शिक्षकों की स्वप्रेरणा से किये गये प्रयास से ही होगा मैं एक अधिकारी के रूप में आपके विद्यालय का निरीक्षण और आपकी विद्यालय में उपस्थिति जांचकर आपको विद्यालय में रहने को तो मजबूर कर सकता हूं लेकिन आप कक्षा में पढ़ायेंगे की नहीं पढ़ायेंगे उसके लिए मजबूर नहीं कर सकता जब तक कि आप लोग पढ़ाना न चाहें इसलिए मैं एक अधिकारी के रूप में आप लोगों पर अनुशासनात्मक या दंडात्मक कार्यवाही करूं उससे बेहतर है कि आप लोग स्वयं के ही उत्प्रेरणा से छात्रों का जीवन संवारिये |

🌺🚩कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ भगवती सिंह जी ने कहा कि राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ केवल एक शिक्षक संगठन नहीं है जो जिंदाबाद मुर्दाबाद करता है अपितु यह राष्ट्रवाद के विचार का पोषक संगठन है जो पहले अपने कर्तव्यों की बात करता है फिर अपने अधिकार की चिंता करता है |कार्यक्रम में बड़ी संख्या में उपस्थित शिक्षकों को संबोधित करते हुए आगे उन्होंने कहा कि आपकी समस्त समस्याओं का समाधान हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने बताया की आगामी 19 सितंबर को सरकार के साथ संगठन की समन्वय बैठक है जिसमें शिक्षक समस्याओं के समाधान के लिए विषय रखा जायेगा |

🌺🚩आज के कार्यक्रम में जिला बेसिक शिक्षाधिकारी अरविंद पाठक और प्रांत प्रचारक रमेश जी ने जिले के 28 शिक्षकों को जहां उत्कृष्ट शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया वहीं 9 विद्यालयों को भी उत्कृष्ट विद्यालय के सम्मान से सम्मानित किया |

🌺🚩आज के कार्यक्रम में राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ काशी विद्यापीठ विश्वविद्यालय इकाई के महामंत्री डा० नरेंद्र राय, राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ वाराणसी के कार्यकारी जिलाध्यक्ष ज्योति प्रकाश,जिला महामंत्री आनंद कुमार सिंह, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सत्यप्रकाश पाल, कोषाध्यक्ष डा० दिनेश चंद,संगठन मंत्री प्रभाकर द्विवेदी,उपाध्यक्ष आशा पाठक,अनिल कुमार सिंह,रितु ओबराय,प्रीति गुप्ता,दीपिका सिंह, अनुराधा भार्गव, अनुराधा सिंह,अनिल तिवारी,आशुतोष पाण्डेय,सुधारानी,ममता पटेल,संजीव त्रिपाठी,प्रशांत मोहन गिरी,अरविंद द्विवेदी,शशिभूषण त्रिपाठी,पवन सिंह,परमा विश्वास, नंदलाल मौर्या,राजेश त्रिपाठी,आंचल पटेल, रत्नेश कुमारी पाण्डेय,संजय पाठक,चंद्रमोहन यादव,अमिताभ राय,सुरेखा गुप्ता,मुकुल सिंह,अजय सिंह,संजय पाण्डेय सहित बड़ी संख्या में संगठन पदाधिकारी एवं शिक्षक उपस्थित थे |




















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