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वाराणसी : राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ द्वारा आयोजित शिक्षकों से संवाद कार्यक्रम एवं ब्लाक कार्यकारिणी गठन के पहले चरण में आराजी लाइन्स ब्लाक के गठन का कार्य संपन्न

राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ जनपद वाराणसी के तत्वावधान में आयोजित शिक्षक समस्याओं की जानकारी एवं उसके समाधान हेतु शिक्षकों से संवाद कार्यक्रम एवं ब्लाक कार्यकारिणी गठन के पहले चरण में आराजी लाइन्स ब्लाक के गठन का कार्य संपन्न

आज दिनांक 29 अक्टूबर 2020 को राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ जनपद वाराणसी की जिला कार्यकारिणी द्वारा शिक्षकों की समस्याओं एवं उसके समाधान के तरीकों पर शिक्षकों से आमने-सामने की परिचर्चा एवं आराजीलाइन्स ब्लाक में राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की कार्यकारिणी के गठन के लिए प्राथमिक विद्यालय जगतपुर में बड़ी संख्या में जुटे शिक्षकों के साथ बैठक हुई जिसकी अध्यक्षता जिला संयोजक शशांक कुमार पाण्डेय जी ने एवं संचालन जिला सह संयोजक सत्यप्रकाश पाल जी ने तथा कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन जिला सह संयोजक डा० दिनेश चंद जी ने किया |


आज की बैठक में बड़ी संख्या में उपस्थित शिक्षकों ने संगठन को अपनी तमाम समस्याओं से अवगत कराया जिनमें से कुछ प्रमुख समस्यायें निम्नलिखित हैं--- 

(१) शिक्षकों ने जो सबसे बड़ी समस्या से संगठन को अवगत कराया वह है जनपद वाराणसी में शिक्षा अधिकारियों द्वारा कंपोजिट ग्रांट जिसके अंतर्गत विद्यालयों में छात्र संख्या के आधार पर २५ हजार से १ लाख तक मिलने वाले अनुदान से कराए जाने वाले कार्यों यथा बाला पेंटिंग, विद्यालय का रंग रोगन,शिक्षण से जुड़ी सामग्रियों का क्रय,खेल सामग्री क्रय से इतर शिक्षकों को प्रधानों द्वारा किए जाने वाला कार्य कायाकल्प जिसके अंतर्गत कक्षा कक्ष का टाइलीकरण करने,दिव्यांग शौचालय निर्माण करने,रनिंग वाटर सिस्टम बनवाने, मल्टिपल हैण्डवाश बनवाने, बालक-बालिका शौचालय आदि को वेतन के पैसे से बनवाने के लिए डाले जाने वाले दबाव एवं न काम कर पाने की स्थिति में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा शिक्षकों का वेतन अवरुद्ध करने से लेकर निलंबन तक किए जाने को लेकर है जिससे शिक्षकों में बेहद आक्रोश एवं निराशा थी |

(२) शिक्षकों ने महासंघ को अवगत कराया कि कोविड वारियर्स के रूप में जनपद वाराणसी के शिक्षक अपने बीएसए के आह्वान पर प्राण-प्रण से मई एवं जून की पूरी गर्मी में २४ घंटे कोविड की ड्यूटी बिना किसी सुविधा के किए जिसके एवज में शिक्षकों को ई एल मिलनी चाहिए |इसी कड़ी में शिक्षकों ने यह भी मांग किया कि जिस ढंग से अक्सर हमलोगों को पूरी गर्मी की छुट्टियों में विभागीय कार्यों में उलझाया जाता है और उसके बदले कोई अवकाश नहीं दिया जाता इससे बढ़िया हमलोगों को गर्मी की छुट्टी न देकर उसके एवज में हमें उतने दिनों की राज्य कर्मचारियों की तरह ई एल दी जाय जिसका उपभोग हम सभी इमरजेंसी में कर सकें |

(३) शिक्षकों ने महासंघ को एनपीएस की विसंगति से अवगत कराया और मांग किया की हमलोगों की एनपीएस कटौती के सापेक्ष जनपद वाराणसी में सरकारी अंशदान साल-साल भर बाद दिया जा रहा है जबकि रायबरेली जैसे छोटे जनपदों में शिक्षकों की कटौती के सापेक्ष हर महीने सरकारी अंशदान उन्हें मिल रहा है ऐसे में एनपीएस का सरकारी बकाया दिलवाया जाय एवं एनपीएस के पिछले वर्षों की बकाया किस्तें भी कटवाई जांय |इसी कड़ी में शिक्षकों ने यह भी अवगत कराया कि यदि सरकार अपना अंशदान नहीं दे रही है तो हम लोगों की कटौती भी कहीं दिखाई नहीं पड़ रहा है न ही हमलोगों की कटौती सरकारी अंशदान के बिना कहीं निवेशित की जा रही है जिससे सिर्फ शिक्षकों का नुक़सान हो रहा है जिसे ठीक कराया जाय |

(४) शिक्षकों ने महासंघ को अवगत कराया कि आनलाइन प्रशिक्षण का कोई शिड्यूल ही नहीं है..चौबीसों घंटे प्रशिक्षण एवं सूचनाएं देने के लिए शिक्षकों पर दबाव डाला जाता है जिससे शिक्षक बेहद मानसिक दबाव में रहता है उसकी कोई प्राइवेट लाइफ नहीं रह गई है अतः प्रशिक्षण एवं विभागीय सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए एक तंय समय सीमा निर्धारित हो |

(५) शिक्षकों ने महासंघ को यह भी अवगत कराया कि शिक्षकों को कोई लिखित सूचना नहीं दी जाती है अपितु इसके बजाय रात-बिरात कभी भी व्हाट्सैप पर सूचनाएं भेज दी जाती हैं जिससे शिक्षक अक्सर अवगत नहीं हो पाता है अतः शिक्षकों को लिखित में सूचनायें मिलनी चाहिए |
(६) शिक्षकों ने महासंघ को अवगत कराया कि वाराणसी में २००४ बैच के शिक्षकों का आज तक पदोन्नति नहीं हो सका है जिसको कराया जाय | 

(७) शिक्षकों ने महासंघ को अवगत कराया कि महानिदेशक स्तर से पत्र जारी करके समस्त जिला बेसिक शिक्षाधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि विभागीय किसी भी कार्य में शिक्षकों को उनके वेतन से कार्य करने के लिए मजबूर न किया जाय परंतु जनपद वाराणसी में शिक्षकों को दहशत में लेकर उन्हें मजबूर किया जा रहा है कि वह अपने वेतन को खर्च करके विद्यालयों में कायाकल्प का कार्य करें जो सरासर ग़लत है जिसे रोका जाना चाहिए |


आज के बैठक में उपरोक्त शिक्षक समस्याओं के निदान के लिए सर्वसम्मति से निर्णय हुआ कि राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के बैनर तले शिक्षकों की उपरोक्त समस्याओं को जिला बेसिक शिक्षाधिकारी एवं जिलाधिकारी के समक्ष रखा जायेगा तथा जरूरत पड़ने पर अन्य उच्चाधिकारियों को भी अवगत कराया जायेगा जिससे जनपद वाराणसी में शिक्षकों के साथ हो रहे नियम विरुद्ध कार्यवाहियों एवं शोषण का अंतहीन सिलसिला रुक सके |
आज की बैठक में उपरोक्त समस्याओं पर चर्चा परिचर्चा के बाद जिला कार्यकारिणी के निर्देश पर तंय कार्यक्रम के तहत आराजीलाइन्स ब्लाक से बड़ी संख्या में उपस्थित शिक्षकों ने सर्व सम्मति से आराजी लाइन ब्लाक कार्यकारिणी का चयन किया जिसमें संजीव त्रिपाठी जी को ब्लाक अध्यक्ष,परमा विश्वास जी को ब्लाक मंत्री, अमिताभ राय जी को कोषाध्यक्ष,अजीत सिंह जी को वरिष्ठ उपाध्यक्ष,नन्दलाल मौर्य जी एवं राजेश चौबे जी को उपाध्यक्ष, संजीव नीलगिरी जी को संगठन मंत्री,शमशेर यादव जी को संयुक्त महामंत्री एवं महेंद्र वर्मा जी को संयुक्त मंत्री चुना गया।



आज के कार्यक्रम में जिला संयोजक शशांक कुमार पाण्डेय, सहसंयोजक आनंद कुमार सिंह,रमा रुखैयार,रितु ओबराय, सत्यप्रकाश पाल, डा० दिनेश चंद, जयप्रकाश पाल,सुधारानी, प्रभाकर द्विवेदी, महात्मा प्रसाद, मनमोहन यादव,प्रशांत मोहन गिरी, कुमुद सिंह,गीता देवी, राकेश कुमार मिश्रा,विनोद शर्मा, विपिन श्रीवास्तव, विवेकानंद खरे,लल्लू मौर्य, सुरेंद्र पाल,जयाप्रसाद सिन्हा, रामदुलार, सतीश चंद चौधरी, शशिकांत पाण्डेय,इंदू यादव,मंजूलता पाल, अलखनाथ एवं अन्य सहित बड़ी संख्या में शिक्षक उपस्थित थे |

         

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