ललितपुर : राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उ0प्र0 जनपद - ललितपुर के एक प्रतिनिधि मंडल ने मंडल अध्यक्ष अरविंद तिवारी के मुख्य आतिथ्य व जिलाध्यक्ष - रविकांत ताम्रकार की अध्यक्षता में मा0 जिलाधिकारी - अन्नावि दिनेश कुमार जी व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से मुलाकात कर शिक्षको की विभिन्न समस्याओं से अवगत कराकर अविलम्ब निस्तारण करने की मांग की।
🔵 प्रतिनिधि मंडल ने उ0प्र0 सेवा संघो की मॉन्यता नियमावली 1979 , शासनादेशों व सचिव महो0 बेसिक शिक्षा परिषद उ0प्र0 के विभिन्न आदेशों के अनुपालन में शासन से मान्यता रहित फर्जी एवम अमान्य शिक्षक संगठनो पर तत्काल रोक लगाकर ,संचालन कर्ताओ के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की मांग की।
उन्होंने कहा कि उ0प्र0 सेवा संघों की मॉन्यता नियमावली 1979 का कड़ाई से अनुपालन हेतु मा0 मुख्य सचिव ऊपर0 शासन व विभिन्न शासनादेशों द्वारा समस्त जिलाधिकारी उ0प्र0 व समस्त कार्यालयाध्यक्ष उ0प्र0 अर्थात जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को सुस्पष्ट निर्देश जारी किये गये है एवम सचिव बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा सेवा संघों की मॉन्यता नियमावली 1979 के अनुपालन किये जाने हेतु समस्त BSA उ0प्र0 को निर्देशित किया गया है
उसके उपरांत बेसिक शिक्षा में सेवा संघो की मॉन्यता नियमावली शासनादेशों व सचिव बेसिक शिक्ष के विभिन्न आदेशो का अनुपालन नही कर प्रकरण को ठंडे बस्ते में डालना व सचिव बेसिक शिक्षा के अनेको सुस्पष्ट आदेशो के उपरांत भी पृथक से सचिव बेसिक शिक्षा से ही मार्गदर्शन प्राप्त करने की बात पूर्णतः अनुचित है
जबकि जिले में संचालित संगठनों की शासन स्तर की मॉन्यता का अवलोकन कर सिर्फ मान्य संगठनो को संज्ञान में लेकर अमान्य / फर्जी शिक्षक संगठनों पर रोक लगाने व आवश्यक कार्यवाही करने का अधिकार कार्यालयाध्यक्ष अर्थात BSA व जिलाधिकारी उ0प्र0 को है।
उन्होंने कहा कि जनपद में निज स्वार्थ व निजलाभार्थ अनेको अमान्य व फर्जी शिक्षक संगठन , विभाग में आये दिन अराजकता उत्पन्न कर आन्दोलन, धरना व अनशन आदि के कारण विभागीय अधिकारियों पर अनावश्यक दबाब बनाते है तथा शासकीय, प्रशासनिक व विभागीय कार्यो में अनाधिकृत हस्तक्षेप करते है।
जिससे शिक्षणकार्य के साथ साथ शिक्षक हित व छात्रहित प्रभावित होता है तथा समाज मे बेसिक शिक्षा की छवि खराब हो रही है।
प्रतिनिधि मंडल ने कहा कि BSA महो0 द्वारा 07 जून 2021 को समस्त संचालित शिक्षक संगठनों से मॉन्यता सम्बन्धी शासनादेशों की प्रतियां चाही गई थी जिसके क्रम में अमान्य फर्जी शिक्षक संगठनों द्वारा मॉन्यता सम्बन्धी शासनादेशों की प्रतियां उपलब्ध नही कराई गई, सिर्फ सोसाइटी रजिस्ट्रेशन की प्रति कार्यालय में प्राप्त कराई गई जो कदापि मान्य नही है,
उसके उपरांत BSA महो0 द्वारा अवलोकन उपरांत भी उ0प्र0 सेवा संघों की मॉन्यता नियमावली 1979 व शासनादेशों का अनुपालन नही कर , अमान्य व फर्जी शिक्षक संगठनों पर रोक या पाबंदी लगाने सम्बन्धी कोई कार्यवाही नही की गई है जो पूर्णतः अनुचित है तथा नियमावली 1979 व शासनादेशों का खुला उल्लंघन है
जबकि सेवा संघो की मॉन्यता नियमावली 1979 के अनुपालन की समस्त जिम्मेदारी कार्यालयाध्यक्ष अर्थात BSA की है।
उन्होंने कहा कि सेवा संघों की मॉन्यता नियमावली 1979 , शासनादेशों व सचिव बेसिक शिक्षा के विभिन अनेको सुस्पष्ट आदेशो के अनुपालन में जनपद में कुकरमुत्तों की भांति संचालित शिक्षक संगठनों के क्रियाकलापो, गतिविधियों , पत्राचार व लेटर पेड के प्रयोग पर तत्काल रोक या पाबन्दी लगाकर , ऐसे अमान्य शिक्षक संगठन संचालित करने वाले शिक्षको के विरूद्ध लोक कर्मचारी आचरण नियमावली1956 व नियमावली 1999 यथासंशोधित के अंतर्गत अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाए।
अन्यथा की स्थिति में संगठन मा0 मुख्यमंत्री के साथ साथ शासन स्तर पर उच्च स्तरीय शिकायत को बाध्य होगा जिसका समस्त उत्तरदायित्व कार्यालयाध्यक्ष अर्थात BSA का होगा।
🔴प्रतिनिधि मंडल ने कहा कि ऐसे पदावनत शिक्षक, जिनका वेतन सामान्य वर्ग के शिक्षको के वेतन के बराबर हो गया है को शासनादेशों के क्रम में अतिशीघ्र चयन वेतनमान स्वीकृत किया जाए।
🟢प्रतिनिधि मंडल ने स्पष्ट रूप से कहा कि शिक्षको का वेतन प्रत्येक स्थिति में 1 या 2 तारीख तक पेरोल के आधार पर Online भुगतान किया जाए, तथा किसी का भी आफलाइन वेतन कदापि भुगतान नही किया जाए।
प्रतिनिधि मंडल में मंडल अध्यक्ष - अरविंद तिवारी, जिलाध्यक्ष - रविकांत ताम्रकार , जिला महामंत्री - हरभजन सिंह, जिला कोषाध्यक्ष- कैलाशचंद्र राणा, अविनाश श्रीवास, पूजा राठौर, नंदिता सिंह आदि उपस्थित रही।
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