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शिक्षकों के वेतन व पेंशन संबंधी समस्याओं को लेकर वित्त नियंत्रक से मिला राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ का प्रतिनिधिमंडल



वाराणसी (एसएनबी) । शिक्षकों की वेतन सहित विभिन्न समस्याओं को लेकर शुक्रवार को राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ प्राथमिक संवर्ग एक प्रतिनिधिमंडल प्रदेश संयुक्त मंत्री एवं जिलाध्यक्ष शशांक कुमार पाण्डेय 'शेखर' के नेतृत्व में वित्त नियंत्रक वेसिक शिक्षा परिपद उत्तर प्रदेश प्रयागराज रविन्द्र कुमार से मिला। वातचीत के दौरान उनसे बनारस के 47 सौ शिक्षकों के एनपीएस खातों में 13 महीने से वकाया 50 करोड़ से ज्यादा सरकारी अंशदान को भेजकर एनपीएस खातों को नियमित करने की बात की गई। श्री शेखर ने बताया कि उन्होंने स्वीकार किया कि केवल वनारस ही नही अपितु उत्तर प्रदेश के लगभग 50 जनपद एनपीएस की इस वेतन विसंगति को सरकार द्वारा बजट उपलब्ध न कराने से झेल रहे है जिसको दूर करने के लिए उन्होंने लगातार अपने स्तर से वजट आवंटन के लिए लिखा है। इस वार भी इन जिलों के शिक्षकों के एनपीएस खातों में वकाया सरकारी अंशदान डालने के लिए सात सौ उनतालिस करोड़ का बजट उनके द्वारा मांगा गया है जिससे उन्होंने मानिदेशक स्कूल शिक्षा को भी अवगत कराया है। उम्मीद है कि 31 मार्च से पहले यह वजट उन्हें मिल जायेगा। जिससे वनारस एवं अन्य जनपदों में कार्यरत शिक्षकों का बकाया सरकारी एनपीएस का अंशदान उन्हें मिल जायेगा। वित्त नियंत्रक से जव शिक्षकों के पुराने वेतन से भी एनपीएस कटौती किए जाने तथा इस कटौती का सापेक्ष सरकारी अंशदान व्याज के साथ दिए जाने के लिए प्रतिनिधिमंडल ने कहा तो उन्होंने इसके लिए केवल वनारस ही नही अपितु प्रदेश के समस्त वित्त एवं लेखाधिकारी को पत्र जारी करने के लिए कहा। वित्त नियंत्रक से जव राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ वाराणसी के प्रतिनिधि ने यह बताया विशिष्ट बीटीसी 2009 बैच के वरिष्ठ शिक्षकों का अपने ही वैच के कनिष्ठ शिक्षकों से चयन वेतनमान एक वेतन वृद्धि कम पर फिक्स किया गया है जिससे उस शासनादेश का उल्लंघन हुआ है जिसमें स्पष्ट उल्लेख है कि किसी भी वरिष्ठ का वेतन उसके कनिष्ठ से कम नही हो सकता है, इसके लिए 10 अप्रैल के वाद मिलने के लिए कहा इस दौरान जिला महामंत्री आनंद कुमार सिंह जिला उपाध्यक्ष गोपेश यादव और जिलामंत्री राजन सिंह शामिल थे।






 





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