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वाराणसी : राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ व भारतीय स्टेट बैंक ने आयोजित की "शिक्षकों के वित्तीय प्रबंधन में बैंकों की भूमिका विषयक संगोष्ठी"

दिनांक-16 फरवरी 2021
अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अंतर्गत आज दिनांक 16 फरवरी दिन मंगलवार को राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ जनपद वाराणसी और कचहरी स्थित एसबीआई जोनल कार्यालय के संयुक्त तत्वावधान में शिक्षकों के वित्तीय प्रबंधन में बैंकों की भूमिका विषयक संगोष्ठी का आयोजन एसबीआई कचहरी के सभागार में किया गया |

आज के कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बेसिक शिक्षा वाराणसी के वित्त एवं लेखाधिकारी श्री अनूप मिश्रा जी, अति विशिष्ट अतिथि राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के प्रदेश संयुक्त मंत्री और वाराणसी जिले के अध्यक्ष शशांक कुमार पांडेय, विशिष्ट अतिथि राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ जनपद वाराणसी के महिला विंग की अध्यक्षा डॉ रमा रूखैयार जी,अध्यक्षता स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के उप महाप्रबंधक विनोद कुमार सिन्हा जी ने किया |

आज के कार्यक्रम का संयुक्त संचालन एसबीआई वाराणसी अंचल के क्षेत्रीय प्रबंधक शशांक कुमार ने तथा राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ जनपद वाराणसी के महामंत्री आनंद कुमार सिंह ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन एसबीआई के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक राहुल रंजन ने किया |

आज के कार्यक्रम की शुरुआत उपरोक्त अतिथियों द्वारा सरस्वती प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन के साथ की गई |इसके बाद एसबीआई की तरफ से सभी मंचासीन अतिथियों का बुके, सरस्वती प्रतिमा व दुशाला देकर सम्मानित किया गया वहीं राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की तरफ से जिलाध्यक्ष शशांक कुमार पाण्डेय शेखर ने वित्त एवं लेखाधिकारी वाराणसी अनूप मिश्रा जी को.. जिला कोषाध्यक्ष डा० दिनेश चंद ने एसबीआई का उप महाप्रबंधक विनोद कुमार सिन्हा को एवं जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष सत्यप्रकाश पाल ने एसबीआई के क्षेत्रीय प्रबंधक शशांक कुमार को मोमेंटो,दुशाला और राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की मासिक पत्रिका शैक्षिक संकल्प देकर सम्मानित किया |

इसके बाद आज के कार्यक्रम में एसबीआई की तरफ से शिक्षकों के वित्तीय प्रबंधन में अपने द्वारा दिए जा रहे तमाम सुविधाओं की चर्चा की गई जिसमें प्रमुख रुप से सरकारी सेवाओं में कार्यरत शिक्षकों एवं कर्मचारियों को दिए जाने वाले सैलरी पैकेज की जानकारी दी गई जिसके अंतर्गत बताया गया की जो भी सरकारी सेवक या शिक्षक एसबीआई का सैलरी पैकेज रखता है उसे फ्री एक्सीडेंटल इंश्योरेंस 20 लाख तक का दिया जाता है इसके अलावा उसको एसबीआई की तमाम सुविधाओं फ्री में दी जाती हैं |

आज के कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में बोलते हुए राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के महिला विंग की अध्यक्ष डा० रमा रुखैयार ने कहा कि शिक्षकों के साथ जिस ढंग से आज एसबीआई इण्टरैक्ट कर रहा है वह सुखद है जिससे हम शिक्षक प्रत्यक्ष उनके लाभकारी योजनाओं को समझ पा रहे हैं |

आज के कार्यक्रम में अति विशिष्ट अतिथि के रुप में बोलते हुए राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उत्तर प्रदेश के संयुक्त मंत्री एवं वाराणसी के जिला अध्यक्ष शशांक कुमार पांडेय ने बताया की जनपद वाराणसी के लगभग साढे चार हजार शिक्षक एसबीआई के खाता धारक है जिनके वेतन को राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के प्रयास से एसबीआई ने सैलेरी पैकेज में कन्वर्ट कर दिया जिससे शिक्षकों में एसबीआई के प्रति एक विश्वास बढ़ा है |

आगे बोलते हुए शशांक कुमार पांडेय ने बताया कि वर्तमान में वाराणसी के बेसिक शिक्षा में वित्त एवं लेखाधिकारी के पद पर कार्यरत श्री अनूप मिश्रा जी शिक्षकों में सबसे ज्यादा पॉपुलर अधिकारी हैं क्योंकि इन्होंने शिक्षकों की समस्याओं को हल करने के लिए अपने पूर्ववर्ती अधिकारियों से इतर जाकर शिक्षकों से सीधा संवाद कायम किया जिससे शिक्षकों की तमाम वित्तीय समस्याएं बिना किसी समस्या के हल हुई यही नहीं श्री अनूप मिश्रा जी ने विशिष्ट बीटीसी 2004 बैच के लगभग सोलह सौ शिक्षकों का पिछले 15 साल से बकाया प्रशिक्षण मानदेय जो लगभग दो करोड़ रुपए था उसका भी भुगतान किया जिससे शिक्षकों में उनके प्रति काफी सम्मान का भाव जागृत हुआ |

शशांक कुमार पांडेय ने कहा कि प्राइवेटाइजेशन का एक नया दौर शुरू हुआ है ऐसे में एसबीआई जैसे सरकारी बैंकों को मार्केट में रोज ब रोज आ रहे तमाम प्राइवेट बैंकों से पैदा हुई कंपटीशन में मुकाबला करने के लिए और अपने उपभोक्ता विशेषकर सरकारी शिक्षकों और कर्मचारियों का विश्वास हासिल करने के लिए कॉरपोरेट कल्चर की जगह वन टू वन अपने उपभोक्ताओं से सीधा संवाद स्थापित करना होगा जिससे एसबीआई जैसी बड़ी संस्था अपना विश्वास ऐसा बना कर रखे सके कि उसकी तमाम अच्छी सुविधाओं का लाभ लेने के लिए उपभोक्ता स्वयं इण्टरेस्ट दिखाते हुए आगे बढ़े |

आज के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में बोलते हुए वित्त एवं लेखाधिकारी श्री अनूप मिश्रा जी ने बताया कि शिक्षकों का वर्तमान में आयकर आगणन करने के लिए उनके द्वारा जमा की गई फाइलों को जांचने के दौरान यह देखने में आया है कि शिक्षक आयकर की अस्सी सी धारा में जो छूट म्यूच्यूअल फंड एवं अन्य बैंकिंग सुविधाएं लेकर पा सकता है वह भी उसने अपनी जानकारी के अभाव में या यह कह सकते हैं कि एसबीआई जैसे अच्छे बैंकों के तरफ से उनसे सीधा संवाद करने की पहल में कमी के कारण नहीं ले पा रहा है जिससे उसे इनकम टैक्स रिबेट मिल पाए ऐसे शिक्षकों से बैंकों के सीधा संवाद का आज जैसा कार्यक्रम लगातार होना चाहिए|

आगे बोलते हुए लेखा अधिकारी ने कहा कि राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने आज जिस ढंग से एसबीआई के साथ शिक्षकों का सीधा संवाद कराया है और उनको एसबीआई के तरफ से जिस ढंग से अपनी तमाम लाभकारी योजनाओं की जानकारी दी गई है वह एक सराहनीय पहल है और मुझे पूरा विश्वास है कि राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ यह पहल पूरे जिले में करेगा और शिक्षकों को एसबीआई के माध्यम से जागरूक करेगा कि वह अपने वित्तीय प्रबंधन के लिए एसबीआई जैसे सरकारी बैंकों पर ज्यादा भरोसा कर सकता है उन्होंने इसके साथ ही यह भी कहा कि मैं वित्त एवं लेखा अधिकारी के रूप में पूरा प्रयास करूंगा की राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के इस कार्य में अपना रचनात्मक सहयोग दे सकूं |

लेखाधिकारी श्री अनूप मिश्रा जी ने आज के कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे एसबीआई के उप महा प्रबंधक विनोद कुमार सिन्हा से कहा की आप सभी लोगों के पास सीएसआर फंड होता है जो आपके टोटल प्रॉफिट का लगभग 2% होता है जिसे आप सभी लोगों को सरकारी विद्यालयों को सुविधा देने में अवश्य खर्च करना चाहिए जिससे समाज में यह संदेश जाए कि बैंक केवल व्यापार नहीं करता है अपितु वह अपने अर्जित लाभांस में से समाज के लिए रचनात्मक कार्य भी करता है |

आज के कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए एसबीआई के उप महाप्रबंधक विनोद कुमार सिन्हा ने कहा कि मैं राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के सहयोग से आयोजित आज के कार्यक्रम से बहुत उत्साहित हूं और राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ से निवेदन करता हूं हम लोगों को ऐसे ही लगातार शिक्षकों के बीच में ले जाने में सहयोग करें जिससे हमलोग एसबीआई की तमाम सुविधाएं जो प्राइवेट बैंकों के मुकाबले शिक्षकों के हित में ज्यादा हैं उससे उन्हें अवगत करा सकें और उन्हें बता सकें कि भले ही एसबीआई सरकारी बैंक है लेकिन वह प्राइवेट बैंकों से किसी भी लिहाज से कम नहीं है क्योंकि उसकी सुविधाएं प्राइवेट बैंकों के मुकाबले न केवल कम खर्चीली है अपितु कहीं ज्यादा उपभोक्ता फ्रेंडली हैं |

एसबीआई के सीएसआर फंड से काम कराने के नाम पर बोलते हुए विनोद कुमार सिन्हा ने कहा कि अप्रैल माह से हम सभी लोग प्रयास करेंगे कि वाराणसी के सभी ब्लाकों कुछ चुनिंदा विद्यालयों को गोंद लेकर उनके अंदर जो भौतिक संसाधनों की कमी है उसे अपने सीएसआर फंड से पूरा कर सकें |

आज के कार्यक्रम में राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के तरफ से तमाम शिक्षक एवं जिला तथा ब्लाक पदाधिकारी उपस्थित थे जिसमें प्रमुख रुप से आनंद कुमार सिंह डॉक्टर दिनेश चंद सत्य प्रकाश पाल प्रीति गुप्ता रितु ओबेरॉय आशा पाठक गीता गुप्ता सुधारानी प्रतिमा सिंह जया श्रीवास्तव सुशील कुमार सुरेखा गुप्ता गोपेश यादव संजीव त्रिपाठी प्रशांत मोहन गिरी आनंद सिंह उपेंद्र नाथ पांडे आनंद दुबे नागेंद्र सिंह प्रमोद कुमार पांडे बृजेश सिंह जितेंद्र सिंह योगेंद्र कुमार मिश्रा शशिभूषण त्रिपाठी अखिलेश कुमार पाण्डेय जगदीश वर्मा अरविंद द्विवेदी अजीत कुमार सिंह विजय कुमार गुप्ता रेखा सिंह सहित बड़ी संख्या में महासंघ के पदाधिकारी और शिक्षक उपस्थित थे |

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