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ललितपुर : शिक्षिका की झूठी शिकायतें कर प्रताड़ित करने पर शिक्षिका के समर्थन में उतरा राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक ने दिया निष्पक्ष जांच कराकर दोषी के विरुद्ध कार्यवाही का आश्वासन

शिक्षिका के समर्थन में उतरा राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ

शिक्षको का शोषण कदापि बर्दाश्त नही किया जायेगा -: जिलाधिकारी

निष्पक्ष जांच कराकर दोषी के विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी -: पुलिस अधीक्षक


ललितपुर :-  राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उ0प्र0 ने सैकड़ो शिक्षको के साथ जिलाधिकारी कार्यालय में उपस्थित होकर महिला अभिभावक ममता पत्नी मौजी कुशवाहा निवासिनी तालबेहट द्वारा निजलाभार्थ निर्दोष शिक्षिका - आरती गुप्ता की 2 वर्षो से पूर्णतः झूठी शिकायत करने, ब्लैकमेल कर पैसे ऐठने व मानसिक शोषण करने के चलते जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौप महिला अभिभावक ममता के  विरुद्ध गंभीर धाराओं में अविलम्ब मुकदमा पंजीकृत कर व गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई करने, तथा निर्दोष शिक्षिका के विरूद्ध FIR को अविलम्ब निरस्त कर FR लगाने की मांग की।

जिलाध्यक्ष - रविकांत ताम्रकार ने बताया कि करीब ढाई वर्ष से पूर्व प्राथमिक विद्यालय डी सी रोड में एक अन्य शिक्षिका के खिलाफ भी उक्त महिला अभिभावक ने शिकायत की थी उक्त महिला अभिभावक अपनी बच्ची को जिस तिथि को चांटा मारना बता रही है उस तिथि में महिला अभिभावक की पुत्री विद्यालय में अनुपस्थित थी, ग्राम वासियों अभिभावकों और विद्यालय प्रबंधन समिति द्वारा उक्त महिला अभिभावक को पूर्णतः गलत बताकर शिक्षिका की झूठी शिकायत करने के संबंध में जिलाधिकारी को पूर्व में ज्ञापन दिया गया था, 
अब फिर से शिक्षिका की शिकायत पैसे ऐठने के उद्देश्य से की गई है और धरना प्रदर्शन कर प्रशासन को गुमराह कर शिक्षिका पर झूठा मुकदमा दर्ज करा दिया गया, जबकि 15 सितंबर 2018 को मेडिकल कॉलेज झांसी में 2 सदस्यीय डॉक्टर की समिति ने उक्त महिला की बच्ची का आँख की क्रास जांचकर चिकित्सीय परीक्षण किया गया व हाल ही में 1 जनवरी 2021 को जिला चिकित्सालय ललितपुर में पुनः चिकित्सीय परीक्षण किया गया जिसमें महिला अभिभावक की बच्ची की आंख की चिकित्सीय परीक्षण रिपोर्ट नकारात्मक आई तथा रिपोर्ट में बच्ची की आँख पूर्णतः स्वस्थ पायी गयी है 
एवम पूर्व में तत्कालीन पुलिस क्षेत्राधिकारी ललितपुर - हिमांशु गौरव व तत्कालीन पुलिस क्षेत्राधिकारी राजा सिंह ने जांचकर अपनी जांच रिपोर्टो में स्पष्ट उल्लिखित किया कि महिला अभिभावक की बच्ची रोशनी को कोई चोट नही है उक्त महिला अभिभावक द्वारा महज दबाब बनाने हेतु शिक्षिका आरती को ब्लैकमेल किया जा रहा है एवम महिला अभिभावक के शिकायती पत्र में अंकित आरोपो की पुष्टि नही हुई है
 उसके उपरांत उक्त महिला अभिभावक द्वारा शिक्षिका को निजलभर्थ ब्लैकमेल किया जा रहा है व शिक्षिका की निरंतर झूठी फर्जी शिकायतें शिक्षिका को अनावश्यक परेशान कर शोषण किया जा रहा है तथा समाज में शिक्षकों की गरिमा समाप्त करने की कोशिश की जा रही है 
जिला मंत्री अनिल शर्मा ने कहा - कि शिक्षक शासन की मंशा के अनुरूप कार्य कर समाज में बच्चों के भविष्य को उज्जवल बनाने की भरसक कोशिश कर रहा है किंतु इस प्रकार की झूठी शिकायतों से शिक्षकों का मनोबल का ह्रास होगा।
 यदि इसी प्रकार ग्रामों में अभिभावकों द्वारा शिक्षकों की झूठी शिकायतें की गई तो शिक्षकों का ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूल में नौकरी करना दूभर हो जाएगा। उन्होंने समाज में शिक्षको का  सम्मान बरकरार रखने हेतु ऐसी फर्जी झूठी शिकायत करने वाले  अभिभावकों के विरुद्ध तत्काल निष्पक्ष जांच कर कानूनी कार्रवाई की मांग की जिससे शिक्षकों का शोषण ना हो तथा शिक्षक स्वस्थ मन से विद्यालयों में शिक्षण कार्य कर सकें ।
ब्लॉक अध्यक्ष देशमुख चतुर्वेदी ने कहा कि शिक्षिका आरती गुप्ता द्वारा महिला अभिभावक की बच्ची के साथ कभी भी किसी भी प्रकार की कोई भी मारपीट नहीं की गई है व शिक्षिका पर लगाए गए संपूर्ण रूप झूठे व गलत हैं 

जिस पर मा0 जिलाधिकारी महो0 व मा0 पुलिस क्षेत्राधिकारी तालबेहट ने तत्काल संज्ञान लेकर उक्त महिला अभिभावक की आज ही FIR करने व प्रकरण की विवेचना कर शिक्षिका के विरूद्ध कृत FIR पर FR लगाने को पूर्ण रूपेण आश्वस्त किया।इस अवसर पर जिलाध्यक्ष - रविकांत ताम्रकार , कार्यकारी जिलाध्यक्ष - वीरेंद्र कुमार रजक, अजय प्रताप सिंह, हरभजन सिंह कैलाश चंद राणा , अनिल शर्मा, शिव कुमार रजक , संजय कुमार सेन, मनीष कुमार, भाग्यचन्द्र त्रिपाठी, संतोष राठौर, अमरीश विश्वकर्मा , अमित जैन , वीर सिंह कुशवाहा, अविनाश श्रीवास,  आदि सैकड़ों की संख्या में शिक्षक व शिक्षिकाएं उपस्थित रहे ।



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