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मथुरा : निःशुल्क पाठ्य पुस्तकें विद्यालय तक नही पहुँचाने पर राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने बीएसए को दिया ज्ञापन


मथुरा। शैक्षिक सत्र 2020 -21 में समग्र शिक्षा के अंतर्गत कक्षा-1 से 8 तक अध्ययनरत छात्र- छात्राओं को निःशुल्क पाठय पुस्तक और कार्यपुस्तिकाओं की ढुलाई विद्यालय तक करने के लिए टेण्डर आगरा की फर्म मै० नवीन गुप्ता एण्ड कंपनी को दिया गया था। फर्म द्वारा निःशुल्क पुस्तकों की ढुलाई विद्यालयों तक नही करने और ब्लॉक स्तरीय विभागीय अधिकारियों द्वारा जबरन अध्यापकों से संकुल केन्द्रों से पुस्तकें उठान करवाने पर राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने बीएसए से शिकायत कर फर्म एवं अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही करते हुए अध्यापकों को भाड़े की धनराशि उपलब्ध कराने की मांग की है।




     राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिलाध्यक्ष मुकेश शर्मा एवं जिला महामंत्री अंजना शर्मा ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को दिए शिकायती पत्र में कहा है कि जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय द्वारा संबंधित फर्म को 15 सितम्बर 2020 को कार्यादेश जारी कर ई- निविदा में दी गई शर्तों के अनुसार विद्यालय स्तर तक अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को निःशुल्क पाठय पुस्तकों एवं कार्यपुस्तिकाओं की ढुलाई करने के निर्देश दिये गये थे। लेकिन फर्म द्वारा स्थानीय अधिकारियों और कर्मियों से मिलीभगत कर पुस्तकों की ढुलाई मात्र संबंधित बी०आर० सी० केन्द्रों तक ही की है। संबंधित खण्ड शिक्षा अधिकारियों, ए आर पी और संकुल केंद्र प्रभारियों द्वारा प्रधानाध्यापकों और शिक्षकों पर दबाब बनाकर जबरन पुस्तकों का उठान कराया गया है। अध्यापक स्वयं के खर्चे पर पुस्तकों का उठान कर विद्यालय तक ले गए हैं।
             जिलाध्यक्ष ने कहा है कि परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में निःशुल्क पाठय पुस्तक और कार्य पुस्तिकाओं निःशुल्क पुस्तक वितरण के लिए विजय किरन आनंद राज्य परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा लखनऊ द्वारा समस्त जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को कोरोना महामारी के दृष्टिगत विद्यालय तक पुस्तकें पहुँचाने हेतु आदेशित करते हुए दिनांक: 23 जूलाई, 2020 के द्वारा जनपद मथुरा के 1,64,727 छात्रों के लिए धनराशि रुपये 4,00,000 की धनराशि अवमुक्त की गई है।
        उन्होंने कहा है कि निःशुल्क पुस्तक उठान में  विभागीय अधिकारियों द्वारा घोर लापरवाही करते हुए कोविड 19 की केंद्र और राज्य सरकार एवं उच्चाधिकारियों के आदेशों का पालन नही किया गया है। महामारी की गाइड लाइन का उल्लंघन भी किया गया है।  
      राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने फर्म द्वारा विद्यालयों तक पुस्तकें नही पहुंचाने पर फर्म को भुगतान की जाने वाली धनराशि से कटौती कर अध्यापकों को भाड़ा उपलब्ध कराने और जिन विद्यालयों में अभी तक पुस्तकें नही पहुँची हैं वहाँ पाठय पुस्तकें उपलब्ध करवाने की मांग की है। 
    जिलाध्यक्ष मुकेश शर्मा ने बताया है कि उक्त प्रकरण के संबंध में  महानिदेशक स्कूल शिक्षा, शिक्षा निदेशक, जिलाधिकारी और मंडलीय शिक्षा निदेशक आगरा भी पत्र प्रेषित कर अवगत कराया है।
     

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