अलीगढ़ : 20 अगस्त को राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ का एक प्रतिनिधि मंडल संगठन के जिलाध्यक्ष डॉ0 राजेश चौहान के नेतृत्व में बेसिक शिक्षा अधिकारी अलीगढ़ से मिला।
महासंघ द्वारा वार्ता के समय राष्ट्रीय शिक्षा नीति की नई पॉलिसी पर भी चर्चा की जिसको संगठन के पदाधिकारियों ने सकारात्मक बताया।
इसी क्रम में शासन द्वारा जारी की गई नई समय सारणी का संगठन के पदाधिकारियों ने पुरजोर विरोध करते हुए कहा कि शिक्षकों पर एक तरफा थोपी जाने वाली किसी भी शासन की नीति को स्वीकार नहीं किया जाएगा।
इसी क्रम में संगठन के जिला महामंत्री सुशील शर्मा ने अवगत कराया के विद्यालयों में इस समय ताबड़तोड़ निरीक्षण कराए जा रहे हैं जिससे शिक्षकों में एक भय का माहौल पैदा हो रहा है यदि निरीक्षण करने कोई भी निरीक्षक जाता है तो वह केवल कायाकल्प से संबंधित सूचनाओं को अपडेट करें ना कि शिक्षकों को प्रताड़ित करने वाला निरीक्षण।
संगठन मंत्री सुभाष चंद्र ने कहा के सभी टेंपरड शिक्षकों का माननीय उच्च न्यायालय द्वारा संज्ञान लेते हुए वेतन जारी किया जाए और जब तक मामला कोर्ट में है तब तक शिक्षकों को कार्य करने दिया जाए।
मीडिया प्रभारी प्रदीप शर्मा ने कहां जनपद अलीगढ़ में सभी विद्यालय पूर्ण रूप से शासन प्रशासन का अनुपालन कर रहे हैं तो फिर अधिकारी निरीक्षण से क्या साबित करना चाहते हैं इस समय कोरोना काल में शिक्षण कार्य बाधित होने से निरीक्षण को भी वही रोका जाए।
संयुक्त मंत्री सतीश कुमार सिंह ने बताया अभी तक कुछ ब्लॉकों में चयन वेतनमान की प्रक्रिया भी पूर्ण नहीं हो पाई है और निलंबित शिक्षकों को शीघ्र बहाल कर उनके वेतन को आहरित किया जाए।
संयुक्त मंत्री सतीश कुमार सिंह ने बताया अभी तक कुछ ब्लॉकों में चयन वेतनमान की प्रक्रिया भी पूर्ण नहीं हो पाई है और निलंबित शिक्षकों को शीघ्र बहाल कर उनके वेतन को आहरित किया जाए।
जिला उप मंत्री उमेश वर्मा ने वार्ता में कहा सभी शिक्षक ऑनलाइन शिक्षा दे रहे हैं लेकिन नेट की परेशानी होने से शिक्षा बाधित हो रही है जिसके लिए शिक्षक जिम्मेदार नहीं है।
तत्पश्चात जिला अध्यक्ष डॉ राजेश चौहान ने कहा कि जनपद में जितने भी संविलियन विद्यालय हुए हैं उनमें वरिष्ठता के क्रम में शिक्षकों को चार्ज दिलाया जाए यह व्यवस्था अभी तक सुधार नहीं पाई है जब कि संविलियन हुए काफी समय हो गया है।
वार्ता के समय जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी महोदय द्वारा संबंधित पटल को बुलाकर निर्देशित किया गया कि उक्त सभी बिंदुओं पर शीघ्र संज्ञान लेते हुए कार्यवाही की जाए और संगठन को आश्वस्त किया किसी भी शिक्षक को प्रताड़ित नहीं किया जाएगा यदि ऐसा होता है तो मेरे संज्ञान में तुरंत लाया जाए।
वार्ता के क्रम में पता चला कि कुछ ब्लॉक में खंड शिक्षा अधिकारियों द्वारा आकस्मिक अवकाश को मानव संपदा पर अटैच करने को आदेश किया गया है उसका भी बीएसए द्वारा संज्ञान लेते हुए निरस्त करने का आश्वासन दिया।
अंत में बेसिक शिक्षा अधिकारी महोदय को संगठन की ओर से 11 बिंदुओं का एक ज्ञापन सौंपा गया।
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