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राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने सेवानिवृत्त शिक्षकों व यूपीएससी-2024 के चयनितों को किया सम्मानित

नदीगांव : 29 अप्रैल। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ब्लॉक इकाई नदीगांव द्वारा ब्लॉक संसाधन केंद्र कनासी में सेवा निवृत्त शिक्षकों एवं यूपीएससी-2024 के चयनितों का सम्मान समारोह आयोजित किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रदीप सिंह चौहान जिला अध्यक्ष राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, विशिष्ट अतिथि के रूप में यूपीएससी 2024 में चयनित मानसी सिंह व अश्विनी शुक्ला, खण्ड शिक्षा अधिकारी दिग्विजय सिंह, राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के प्रदेश मीडिया प्रभारी बृजेश श्रीवास्तव व जिला महामंत्री इलयास मंसूरी रहे। 
संचालन ब्लॉक महामंत्री रामराजा सिंह जादौन ने किया।
कार्यक्रम की शुरुवात मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्वलन व पुष्पार्चन के साथ किया गया।
जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंह चौहान ने कहा कि ‌शिक्षक कभी सेवानिवृत्त नही होते हैं। सेवाकाल में रहते हुए वह बच्चों को शिक्षा और संस्कार देते हैं तो सेवानिवृत्ति के पश्चात अपने अनुभवों के आधार पर समाज का मार्गदर्शन करते हैं। शिक्षक राष्ट्र निर्माता होता है, इसीलिए गुरू की उपाधि माता-पिता से भी बढ़कर बताई गई है।  
विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद यूपीएससी 2024 में चयनित मानसी सिंह ने अपने तैयारी के अनुभवों को साझा किया और अपने माता-पिता को श्रेय दिया। यूपीएससी- 2024 में चयनित अश्विनी शुक्ला ने भी अपनी तैयारी के अनुभवों को साझा किया व साथ ही प्रतियोगी परीक्षा में तैयारी हेतु बच्चों के अभिभावकों से बच्चों पर दबाव न डालकर उनकी रुचि व स्वेच्छा को महत्व देने की अपील की। 
खण्ड शिक्षा अधिकारी दिग्विजय सिंह ने कहा कि शिक्षक समाज को, राष्ट्र को नई दिशा प्रदान करता है। शिक्षक हर देशकाल में सम्मानित रहा है। साथ ही समाज का सबसे सशक्त व्यक्ति होता है। 
जिला महामंत्री इलयास मंसूरी ने कहा कि गुरू कुम्हार के समान होता है जो मिट्टी के लोने को मनचाहा आकार देता है, ठीक उसी प्रकार बच्चों को संवारकर शिक्षक भी अपनी अमिट छाप छोड़ता है। 
प्रदेश मीडिया प्रभारी बृजेश श्रीवास्तव ने कहा कि राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ राष्ट्र हित में शिक्षा, शिक्षक हित में शिक्षक व शिक्षक हित में समाज के ध्येय पर कार्य करने वाला संगठन है। शिक्षकों का दायित्व बहुत बड़ा है। इसलिए कभी गुरू की गरिमा के साथ खिलवाड़ नहीं करना चाहिए।
‌ ब्लॉक इकाई नदीगांव के अध्यक्ष विनय मिश्रा ने कहा कि सेवानिवृत्त होना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है शिक्षकों द्वारा देश व समाज को दिया गया योगदान सदा अनुकरणीय होता है। विदाई समारोह व्यक्ति के योगदान को पहचानने के लिए किया जाता है।
 सेवानिवृत शिक्षक रामचरन ने शिक्षा में मानवीय मूल्यों, नैतिकता और मानवता से परिपूर्ण गुणवत्ता युक्त शिक्षा प्रदान करने की बात की।
कार्यक्रम में उपस्थित अन्य लोगों ने भी अपने विचार रखे।
कार्यक्रम में सम्मानित होने वाले सेवानिवृत शिक्षक शिक्षिकाओं में रामचरन, सुदामा निरंजन, शकुंतला समाधिया, नूतन शुक्ला व राजकुमारी रहे।
अंत में ब्लॉक अध्यक्ष विनय मिश्रा ने सभी आगंतुकों का आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में अखिलेश खरे जिला ऑडिटर, दशरथ सिंह कार्यकारी अध्यक्ष, सर्वेश नायक कोषाध्यक्ष, हरी सिंह संगठन मंत्री, रामप्रकाश सोनी, ज्योति श्रीवास्तव, अनुपम श्रीवास्तव, धीरेन्द्र सिंह जादौन, सुषमा सिंह, संदीप शुक्ला, विवेक ठाकुर, कमलकांत गुप्ता, अखिलेश व्यास, गौरव शुक्ला, पंकज तिवारी, कुलदीप विश्वकर्मा, अभिषेक गोस्वामी, सुधीर पटैरया, ओमजी मिश्रा, राजीव शुक्ला, शिवकिशोर, पुष्पम, शरद आरुषिया, उपमा निरंजन, कविता द्विवेदी, मोहर सिंह, माधुरी मोहन गुप्ता, सुशील पटैरया, आशुतोष श्रीवास्तव, इस्मत उल्ला, सुमित पटेल, पंकज तिवारी, वीरेंद्र सिंह, मनीष निरंजन, महेश निरंजन, अजय सिंह, संजीव पटेल, सौभाग्य टीहर, विजय सिंह, कृष्ण बिहारी कुशवाहा, अतुल आदि डेढ़ सैकड़ा अध्यापक उपस्थित रहे।














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