Ticker

6/recent/ticker-posts

वाराणसी : राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने किया सेवापुरी ब्लॉक के शिक्षकों से संवाद, ब्लॉक कार्यकारिणी गठित

वाराणसी। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ जनपद वाराणसी के तत्वावधान में आयोजित शिक्षक समस्याओं की जानकारी एवं उसके समाधान हेतु शिक्षकों से संवाद कार्यक्रम एवं ब्लाक कार्यकारिणी गठन के दूसरे चरण में आज दिनांक 9 अक्टूबर 2020 क़ सेवापुरी ब्लाक के शिक्षकों के साथ राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ जनपद वाराणसी ने जे बी पब्लिक स्कूल में प्रत्यक्ष संवाद स्थापित किया और उनकी समस्याओं को सार्वजनिक रूप से सुना

आज के कार्यक्रम की अध्यक्षता राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिला संयोजक शशांक कुमार पाण्डेय “शेखर” ने संचालन सुशील कुमार जी ने तथा धन्यवाद ज्ञापन जिला सह संयोजक आनंद कुमार सिंह जी ने किया





आज की बैठक में बड़ी संख्या में उपस्थित शिक्षकों ने संगठन को अपनी तमाम समस्याओं से अवगत कराया जिनमें से कुछ प्रमुख समस्यायें निम्नलिखित हैं—
वाराणसी में विगत 17 अक्टूबर को जिला बेसिक शिक्षाधिकारी दवारा नियुक्त वे शिक्षक जो सेवापुरी में शिक्षामित्र से अध्यापक बने हैं उन्होंने संघ को अवगत कराया कि पुर्व में वे लोग जब शिक्षामित्र से शिक्षक बने थे तो उनको शैक्षिक अभिलेखों के सत्यापन के बाद तीन साल तक वेतन मिला परंतु सुप्रीम कोर्ट के एक निर्णय से उन्हें शिक्षामित्र के रूप में बैक होना पड़ा परंतु अब पुनः जब वे पुनः शिक्षक के रूप में नियुक्त हुए हैं तो उनका वेतन पहले ही हो चुके शैक्षाणिक सत्यापन के आधार पर इसी माह से किया जाय |

शिक्षकों ने महासंघ को अवगत कराया कि कोविड वारियर्स के रूप में जनपद वाराणसी के शिक्षक अपने बीएसए के आह्वान पर प्राण-प्रण से मई एवं जून की पूरी गर्मी में २४ घंटे कोविड की ड्यूटी बिना किसी सुविधा के किए जिसके एवज में शिक्षकों को ई एल मिलनी चाहिए |इसी कड़ी में शिक्षकों ने यह भी मांग किया कि जिस ढंग से अक्सर हमलोगों को पूरी गर्मी की छुट्टियों में विभागीय कार्यों में उलझाया जाता है और उसके बदले कोई अवकाश नहीं दिया जाता इससे बढ़िया है कि हमलोगों को गर्मी की छुट्टी न देकर उसके एवज में उतने दिनों के लिए राज्य कर्मचारियों की तरह ई एल दी जाय जिसका उपभोग हम सभी इमरजेंसी में कर सकें |

शिक्षकों ने महासंघ को एनपीएस की विसंगति से अवगत कराया और मांग किया की हमलोगों की एनपीएस कटौती के सापेक्ष जनपद वाराणसी में सरकारी अंशदान साल-साल भर बाद दिया जा रहा है जबकि रायबरेली जैसे छोटे जनपदों में शिक्षकों की कटौती के सापेक्ष हर महीने सरकारी अंशदान उन्हें मिल रहा है ऐसे में एनपीएस का सरकारी बकाया दिलवाया जाय एवं एनपीएस के पिछले वर्षों की बकाया किस्तें भी कटवाई जांय |इसी कड़ी में शिक्षकों ने यह भी अवगत कराया कि यदि सरकार अपना अंशदान नहीं दे रही है तो हम लोगों की कटौती भी कहीं दिखाई नहीं पड़ रहा है न ही हमलोगों की कटौती सरकारी अंशदान के बिना कहीं निवेशित की जा रही है जिससे सिर्फ शिक्षकों का नुक़सान हो रहा है जिसे ठीक कराया जाय |

शिक्षकों ने महासंघ को अवगत कराया कि आनलाइन प्रशिक्षण का कोई शिड्यूल ही नहीं है..चौबीसों घंटे प्रशिक्षण एवं सूचनाएं देने के लिए शिक्षकों पर दबाव डाला जाता है जिससे शिक्षक बेहद मानसिक दबाव में रहता है उसकी कोई प्राइवेट लाइफ नहीं रह गई है अतः प्रशिक्षण एवं विभागीय सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए एक तंय समय सीमा निर्धारित हो |
शिक्षकों ने महासंघ को यह भी अवगत कराया कि शिक्षकों को कोई लिखित सूचना नहीं दी जाती है अपितु इसके बजाय रात-बिरात कभी भी व्हाट्सैप पर सूचनाएं भेज दी जाती हैं जिससे शिक्षक अक्सर अवगत नहीं हो पाता है अतः शिक्षकों को लिखित में सूचनायें मिलनी चाहिए |

आज की बैठक में सेवापुरी ब्लाक कार्यकारिणी का गठन किया गया जिसमें आनंद दूबे जी को संरक्षक,आनंद सिंह जी को अध्यक्ष, रामतीरथ पटेल को महामंत्री, लवकुश शर्मा कोषाध्यक्ष, देवेंद्र मिश्रा वरिष्ठ उपाध्यक्ष,अजीत कुमार,राजबली यादव व रविशंकर सिंह उपाध्यक्ष,विजय गुप्ता को संगठन मंत्री,अजय श्रीवास्तव को संयुक्त महामंत्री, रमेश पटेल,रमेश विश्वकर्मा अरूण सिंह संदीप पटेल राजकुमार व साधना देव को संयुक्त मंत्री बनाया गया |
आज के बैठक में राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ जनपद वाराणसी के संयोजक शशांक कुमार पाण्डेय,सह संयोजक आनंद कुमार सिंह, सत्यप्रकाश पाल, जयप्रकाश पाल,सुशील कुमार सहित बड़ी संख्या में शिक्षक उपस्थित थे |


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ