राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ सीतापुर के जिलाध्यक्ष महेश मिश्रा ने शिक्षकों को रोस्टर के हिसाब से बुलाये जाने की मांग की
लखनऊ। बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से संचालित प्राथमिक और जूनियर विद्यालयों में यदि कोई शिक्षक ड्यूटी के दौरान कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है और उसके संपर्क में आने वाले शिक्षकों को होम आइशोलेशन में भेजा जाता है तो उन्हें इस दौरान ऑन ड्यूटी माना जाएगा, और पूरा वेतन दिया जायेगा। इस संबंध में बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ सतीश चन्द्र द्विवेदी ने शिक्षा महानिदेशक विजय किरण आनंद को पत्र भेजकर आदेश जारी करने को कहा है। मंत्री ने कहा कि कोरोना पॉजिटिव हुए शिक्षकों के संपर्क के आधार पर दूसरे शिक्षक/ शिक्षकों को होम आइसोलेशन मे भेजा जाता है तो उनके होम आइसोलेशन की अवधि को ऑन ड्यूटी (वर्क फ्रॉम होम) माना जाए। इस संबंध में मंत्री का पत्र मिलते ही तत्काल शिक्षा महानिदेशक विजय किरण आनंद ने सभी जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं। जारी आदेश के मुताबिक इसे तत्काल प्रभाव से लागू करना होगा।
वहीं मंत्री का आदेश आते ही प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षित स्नातक एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष विनय कुमार सिंह ने मांग करते हुए कहा कि यदि किसी भी विद्यालय में कोई शिक्षक कोरोना पॉजीटिव होता है तो उस विद्यालय को 15 दिनों के लिए बंद किया जाना जाना चाहिए। वहीं राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के अध्यक्ष महेश मिश्रा की ओर से मांग की गयी है कि शिक्षकों को रोस्टर के हिसाब से बुलाया जाना चाहिए। मौजूदा वक्त में शिक्षकों की जान से खिलवाड़ करना गलत है।
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