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राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उत्तर प्रदेश का स्थापना दिवस उप-मुख्यमंत्री माननीय प्रो0 दिनेश शर्मा के मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न, बेसिक, माध्यमिक, उच्च व तकनीकी शिक्षा की विभिन्न समस्याओं पर हुई चर्चा

लखनऊ| 11 नवम्बर 2018 | को राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उत्तर प्रदेश का स्थापना दिवस समारोह एस0आर0 ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूट लखनऊ में उत्तर प्रदेश सरकार के उप-मुख्यमंत्री माननीय प्रो0दिनेश शर्मा के मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता माननीय पवन सिंह चौहान (चेयरमैन एस0आर0ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूट लखनऊ) ने की व विशिष्ट अतिथि के रूप में माननीय प्रो0 सुरेन्द्र प्रताप सिंह (कुलपति लखनऊ विश्वविद्यालय लखनऊ) रहे। कार्यक्रम का संचालन लखनऊ विश्वविद्यालय इकाई की अध्यक्ष डॉ0 किरणलता डंगवाल ने किया।
मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश सरकार के उप मुख्यमंत्री प्रो दिनेश शर्मा ने कहा कि शिक्षक निर्माण के लिए जाना जाता है।बालक को सम्यक दिशा की तरफ उन्मुख करने का कार्य शिक्षक का है। सुखी मन शिक्षक, नकल विहीन परीक्षा, शिक्षक चिंता मुक्त होकर अध्यन अध्यापन में लगे। रोजगार परक शिक्षा, कामन पाठ्यक्रम, शोध पीठ को सरकार क्रियान्वित कर रही है। उन्होंने कहा कि जीवन जीने की कला सिखाने का कार्य शिक्षक का है।
विशिष्ट अतिथि अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री ओमपाल सिंह ने कहा की किसी भी संगठन को संचालित करने के लिए कार्यकर्ता, कार्यालय, कार्यक्रम व कोष की जरूरत होती । इनमें कार्यकर्ता जीवंत व्यक्ति है जो संगठन को ताकत देता है। संगठन के कार्यकर्ताओं की भाव और भाषा जब मेल खाती है तो संगठन शिखर पर पहुंचता है।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए एसआर ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूट के चेयरमैन श्री पवन सिंह चौहान ने अतिथियों व सम्मिलित समस्त शिक्षकों को स्मृति  चिन्ह देकर सम्मानित किया।
स्थापना दिवस कार्यक्रम के पूर्व प्रदेश कार्यकारणी बैठक का आयोजन किया गया जिसमे अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की इंदौर बैठक में लिए गए अहम फैसलों पर चर्चा  की गयी। प्रदेश कार्यकारिणी बैठक में  संवर्ग सह   बैठकें हुई जिसमें प्राथमिक, माध्यमिक , उच्च शिक्षा तथा तकनीकी शिक्षा की समस्याओं पर विचार विमर्श हुआ और उन्हें शासन से निराकरण कराने का आग्रह उपमुख्यमंत्री से किया गया।
बेसिक शिक्षा व शिक्षकों की समस्याओं में प्रमुख रूप से पुरानी पेंशन की बहाली, पदोन्नति तिथि से 17140/18150  मूलवेतन का निर्धारण,  प्रत्येक प्राथमिक/उच्च प्राथमिक विद्यालय में पूर्व की तरह प्रधानाध्यापक का पद बहाल करने,  पदोन्नति में टीईटी की अनिवार्यता न करने,  अंतरजनपदीय स्थानांतरण में आवेदन की अर्हता की 5 वर्ष के स्थान पर 1 वर्ष करने, खण्ड शिक्षा अधिकारियों के 20% पद शिक्षकों से भरे जाने, चयन वेतनमान में बाह्य जनपद की सेवा जोड़ने संबंधी स्पष्ट शासनादेश जारी करने, शिक्षकों को एमडीएम से मुख्य कर एनजीओ को जिम्मेदारी सौंपने, रसोइयों का मानदेय बढ़ान पर चर्चा हुई। जनपद जालौन के जिलाध्यक्ष श्री राजेन्द्र राजपूत ने नगर क्षेत्र जालौन में पूर्व की तरह नगर क्षेत्र का एचआरए बहाल कराने आदि कई मांगे रखी। कार्यक्रम के अंत मे डॉ0 हरनाम सिंह द्वारा अतिथियों व प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में मा0 गोविन्द तिवारी (प्रदेश अध्यक्ष- बेसिक संवर्ग),  मा0 भगवती सिंह (प्रदेश महामंत्री-बेसिक संवर्ग ), मा0 श्रीकृष्ण त्रिवेदी (संगठन मंत्री-प्राथमिक संवर्ग), मा0शिवशंकर सिंह (संयुक्त मंत्री-बेसिक संवर्ग), श्री राजेन्द्र राजपूत (जिलाध्यक्ष जनपद जालौन),  श्री अरविंद श्रीवास्तव (जिलाध्यक्ष जनपद झाँसी),  श्री अवधेश पांडेय, श्री लवकुश मिश्रा, डॉ राजदेव तिवारी, श्री दिनेश गुप्ता, श्री अजीत सिंह , श्री सुरेश पति त्रिपाठी, डॉ विजय कर्ण, डॉ अम्बरीष सिंह, डॉ  संदीप बालियान, राजदेव तिवारी, सुनील मिश्रा, डॉ आलोक सिंह, श्री मुकेश डागुर, प्रीति सिंह, पूजा अग्निहोत्री, रुचि अरोड़ा ,मधुकर सिंह मौजूद रहे।







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